आखिर क्यों रतन टाटा ने आज तक नहीं की शादी? कारण जानकार चौंक जाएंगे आप
डेस्क: रतन टाटा भारत के सबसे सफल व्यवसायियों में से एक रहे हैं। साथ ही महामारी के दौरान उन्होंने देश की जितनी सेवा की उसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। पिछले कुछ महीनों में रतन टाटा जी को सोशल मीडिया पर भी देश भर से भर-भर कर प्यार और सम्मान मिला है।
लेकिन वहीं कुछ लोगों के मन में यह सवाल भी उठ रहा है कि रतन टाटा जी ने अभी तक शादी क्यों नहीं की? कुछ लोगों का कहना है कि वह अपने सांसारिक जीवन से ज्यादा व्यापारिक जीवन को महत्व देते हैं तो वहीं कुछ लोग मानते हैं कि वह अपने पहले प्यार की याद में अभी तक कुंवारे हैं।
लेकिन उनके शादी ना करने के पीछे की असली वजह क्या है? इस सवाल का जवाब हमें ‘ह्युमंस ऑफ बॉम्बे’ द्वारा 2020 में लिए गए रतन टाटा जी के इंटरव्यू में मिलता है। उस इंटरव्यू में उन्होंने खुद बताया है कि वह शादी क्यों नहीं करना चाहते।
वह वक्त जब शादी होते-होते रह गई
रतन टाटा ने इंटरव्यू में बताया कि अमेरिका में रहने के दौरान वह अपने प्यार को लेकर काफी सीरियस थे। यहां तक की, दोनों ही एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। लेकिन इसी क्रम में एक समय ऐसा आया जब रतन टाटा और उनकी प्रेमिका का साथ छूट गया।
दरअसल, रतन टाटा भारत आना चाहते थे, जबकि उनकी साथी वहीं अमेरिका में रहना चाहती थी।भारत आने का यह फैसला उनके रिश्ते पर भारी पड़ा और उन्हें अपने साथी को छोड़कर भारत आना पड़ा। रतन टाटा के लिए उस शख्स को, जिनसे वह बहुत ज्यादा प्यार करते थे, छोड़ने का फैसला काफी असहनीय रहा होगा। लेकिन उनका यह फैसला भारत के लिए वरदान सिद्ध हुआ और हमें एक ऐसा दिग्गज उद्योगपति मिला जिसने विश्व पटल पर देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया।
चार बार हुआ सच्चा प्यार, फिर भी क्यों नहीं की शादी?
ज्यादातर लोग समझते हैं कि रतन टाटा जी ने जीवन में एक ही बार सच्चा प्यार किया और अपने उसी साथी की याद में कभी शादी नहीं की। लेकिन आपको बता दें कि यह बात पूरे तरीके से सच नहीं है। दरअसल, रतन टाटा को अपने जीवन में 4 बार प्यार हुआ था जिसे लेकर वह काफी सीरियस थे और शादी करने के बारे में भी सोचा था।
लेकिन हर बार किसी न किसी वजह से उनका साथ बीच में ही छूट जाता।इसके बाद उन्होंने अपना पूरा ध्यान काम पर लगाने का फैसला किया। रतन टाटा जी का कहना था कि शायद ये अच्छा ही हुआ कि वह सिंगल रहे, क्योंकि अगर वह शादी कर लेते तो हो सकता है हालात बहुत जटिल हो जाते। इसमें कोई दोराय नहीं कि अपने काम के प्रति उनकी लगन और मेहनत ने टाटा ग्रुप को इतनी ऊंचाइयों तक पहुंचाया।