डेस्क: लॉकडाउन में यस बैंक घो’टाले के आरोपी दो भाई पिकनिक मना रहे थे. आश्चर्य की बात यह है कि उनको पिकनिक का पास भी मुहैया कराया गया था. यह पास राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी(NCP) के एक नेता के कहने पर मिला था.
यस बैंक घोटाले के बाद संकट में घिरी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) कंपनी के प्रवर्तक कपिल और धीरज वाधवान को लॉकडाउन में पिकनिक का पास दिए जाने पर राजनीति शुरू हो गई है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी व भारतीय जनता पार्टी के नेता इस मुद्दे पर एक दूसरे पर जोरदार आ’रोप-प्रत्या’रोप लगाने में जुट गए हैं. इस मामले में सातारा जिले की महाबलेश्वर पुलिस ने विशेष पास लेकर पिकनिक पर गए बाधवान बंधुओं पर मामला दर्ज करने के साथ ही सभी 23 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है. बाधवान बंधुओं को महाबलेश्वर के वेल वेयर अस्पताल में रखा गया है.
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने शुक्रवार को सुबह कहा था कि यस बैंक घो’टाले के आरोपित कपिल व धीरज बाधवान सहित 23 लोगों को गृहविभाग के सचिव अमिताभ गुप्ता ने राकांपा के बड़े नेता के कहने पर विशेष पास दिया था.
इस मामले की सघन जांच की जानी चाहिए और राकांपा के बड़े नेता का नाम सार्वजनिक किया जाना चाहिए. इसके बाद राकांपा प्रवक्ता व मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि किरीट सोमैया हमेशा बेमत’लब की बयानबाजी के लिए मशहूर रहे हैं. इसी वजह से भाजपा ने किरीट सोमैया को लोकसभा का टिकट नहीं दिया था. सोमैया हमेशा लोगों में बने रहने के लिए बयानबाजी करते रहते हैं.
मलिक ने कहा कि किरीट को पता रहना चाहिए कि आईएएस व आईपीएस प्रधानमंत्री कार्यालय से सीधे नियंत्रित किए जाते हैं. इन पर कार्र’वाई करने का पूरा अधिकार केंद्र सरकार पर है. मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले में गृह विभागके सचिव अमिताभ गुप्ता को जो चाहे सजा दे लेकिन यह पता लगना चाहिए कि लॉकडाउन में पिकनिक मनाने के लिए किसके कहने पर विशेष पास दिए गए थे
नवाब मलिक के इस बयान के बाद किरीट सोमैया ने केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिव राजीव गौबा को पत्र लिखकर अमिताभ गुप्ता पर कार्रवाई करने की मांग की है.
इस बीच गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से चर्चा की और इस मामले की जांच का आदेश जारी किया है.