टोक्यो ओलंपिक के लिए नीरज चोपड़ा पर भारत सरकार ने किए थे इतने रुपए खर्च
डेस्क: टोक्यो ओलंपिक 2020 का अब समापन हो चुका है। लेकिन समापन से पहले ही भारतीय खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो के खेल में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का मान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ा दिया है। वह अभिनव बिंद्रा के बाद भारत के दूसरे खिलाड़ी हैं जिन्होंने स्वर्ण पदक जीता है।
जाहिर सी बात है कि खेलों में अच्छे प्रदर्शन के लिए अच्छे प्रशिक्षण की भी आवश्यकता होती है। बिना अच्छे प्रशिक्षण के इतना अच्छा प्रदर्शन काफी मुश्किल है। नीरज ने भी पूरे लगन के साथ इस खेल में निपुणता हासिल की। तब जाकर वह ओलंपिक में स्वर्ण पदक के दावेदार बन सके।
नीरज चोपड़ा पर सरकार ने किए करोड़ों रुपए खर्च
भारतीय स्पोर्ट्स अथॉरिटी की माने तो अब तक नीरज चोपड़ा के पीछे भारत सरकार ने ₹4,85,39,638 खर्च किए। बता दें कि यह राशि टोक्यो ओलंपिक के पहले 450 दिनों के लिए विदेशों में उनके प्रशिक्षण और प्रतियोगिता में खर्च किए गए थे।
नीरज के कोच को भी दिए जा चुके करोड़ों रुपए
2019 में डॉक्टर क्लाउस बार्टोनिट्ज को नीरज का निजी कोच बनाया गया जिन्हें वेतन के तौर पर अब तक ₹1,22,24,880 दिए जा चुके हैं। इतना ही नहीं अब तक ₹4,35,000 की लागत के 4 भाले भारत सरकार द्वारा नीरज के लिए खरीदे जा चुके हैं।
भारत ने जीते कुल 7 पदक
नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक जीतने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को जो ख्याति प्राप्त हुई है उसके सामने यह खर्चे कुछ भी नहीं है। इस बार के ओलंपिक में भारत को केवल एक ही स्वर्ण पदक मिल सका जबकि दो रजत पदक व चार कांस्य पदक भारतीय टीम ने अपने नाम किए।
ऐतिहासिक दिन बना 7 अगस्त
7 अगस्त के दिन को कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि के तौर पर भी मनाया जाता है। उन्होंने भारत और बांग्लादेश के राष्ट्रगान की रचना की थी। इसी दिन टोक्यो में नीरज चोपड़ा की जीत के बाद भारत का राष्ट्रगान बजने पर यह दिन ऐतिहासिक बन गया। कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर को इससे बढ़िया श्रद्धांजली नहीं दी जा सकती।
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