20 सालों से सक्रिय राजनीति करने के बाद भी मात्र इतनी है योगी आदित्यनाथ की संपत्ति
डेस्क: 5 जून 1972 में जन्मे अजय सिंह बिष्ट आज योगी आदित्यनाथ के नाम से मशहूर हैं। आज वह देश के जाने माने राजनेता हैं जिन्हें लोग काफी पसंद भी करते हैं। साथ ही वर्तमान में वह गोरखनाथ मठ के महंत भी हैं। उन्होंने हिंदू युवा वाहिनी नाम की संस्था भी खोली है। योगी आदित्यनाथ का चेहरा कट्टर हिंदू के तौर पर प्रचलित है।
योगी आदित्यनाथ का जन्म उत्तराखंड के एक राजपूत परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय विद्यालय से पूरी की। स्कूल की पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी से गणित से स्नातक की डिग्री ली। शुरुआत से ही वह हिंदुत्व से काफी प्रभावित थे और एक कट्टर हिंदू के तौर पर जाने जाते थे।
महंत अवैद्यनाथ ने दिया “योगी आदित्यनाथ” का नाम
1990 में हुए राम मंदिर आंदोलन में अजय सिंह बिष्ट की मुलाकात गोरखनाथ मठ के मुख्य पुजारी महंत अवैद्यनाथ से होने के बाद से ही वह उनके शिष्य बन गए थे। इसके बाद महंत अवैद्यनाथ से ही उन्हें “योगी आदित्यनाथ” का नाम मिला। साथ ही 1994 में महंत अवैद्यनाथ में योगी आदित्यनाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया जिसके बाद वह गोरखनाथ मठ के मुख्य पुजारी बन गए।
योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक सफर
1998 के लोकसभा चुनाव में जीतकर वह लोकसभा के निचले सदन के नेता बने। उस वक्त वह मात्र 26 वर्ष की उम्र में निचले सदन के नेता बनने वाले सबसे कम उम्र के नेता थे। इसके बाद राजनीति में वह ऊंचाइयों को छूने लगे। लगातार सभी लोकसभा चुनावों में उन्होंने जीत हासिल कर अपनी अलग पहचान बनाई।
2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में थे भाजपा के प्रमुख प्रचारक
2017 के उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ को भाजपा का प्रमुख प्रचारक बनाया गया। इस विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर भाजपा की सरकार सत्ता में आई और योगी आदित्यनाथ को ही मुख्यमंत्री बनाया गया। अपने 5 साल की सत्ता के दौरान योगी ने कई ऐसे कार्य किए जिसके लिए योगी आदित्यनाथ को काफी प्रशंसा मिली।
काम के प्रति समर्पित व्यक्तित्व
अपने काम के बीच में योगी आदित्यनाथ किसी को भी नहीं आने देते हैं। 2020 में कोर ग्रुप के अधिकारियों के साथ कोविड-19 पर बैठक के दौरान उनके पिता के निधन की खबर मिलने के बाद भी उन्होंने बैठक जारी रखा। यह उनके काम के प्रति समर्पित व्यक्तित्व को दिखाता है।
पशु प्रेमी हैं योगी आदित्यनाथ
एक कुशल राजनेता व कट्टर हिंदू के साथ-साथ योगी आदित्यनाथ एक पशु प्रेमी के तौर पर भी जाने जाते हैं। गौ रक्षा के लिए प्रचार का कार्य करने वाले योगी आदित्यनाथ गायों के अलावा सभी जानवरों से प्रेम करते हैं। कभी वह बाघ के बच्चे को दूध पिलाते हुए दिख जाते हैं तो कभी कोई बंदर उनके गोद में बैठा हुआ मिल जाता है।
कितनी है योगी आदित्यनाथ की संपत्ति?
इतने सफल राजनेता होने के बाद ही उनकी कुल संपत्ति मात्र 70 लाख रुपए की है। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें वेतन के तौर पर सालाना 44 लाख रुपए दिए जाते हैं। लेकिन इन रुपयों का प्रयोग वह ग्रामीण अंचलों में शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए करते हैं। अधिकारिक सूत्रों की मानें तो अजय सिंह बिष्ट 21 लाख रुपए के अचल संपत्ति के मालिक हैं। इसके अलावा वह किसी प्रकार के संपत्ति के मालिक नहीं है।