छोटे पर्दे की यह एक्ट्रेस कोरोना काल में दो वक्त के रोटी की हुई मोहताज
![it was hard to get two meals per day for Vibha bhagat](https://akjnews.com/wp-content/uploads/2021/05/it-was-hard-to-get-two-meals-per-day-for-Vibha-bhagat.jpg)
![it was hard to get two meals per day for Vibha bhagat](https://akjnews.com/wp-content/uploads/2021/05/it-was-hard-to-get-two-meals-per-day-for-Vibha-bhagat.jpg)
डेस्क: देश में इस वक्त संकट का दौर चल रहा है। यह महामारी किसी को कहीं का नहीं छोड़ रही। कोरोनाकाल में देश की हर जनता के लिए संघर्ष से भरा हुआ है। ऐसे में कई एक्टर और एक्ट्रेस ऐसे भी है जिन्हें दो वक्त की रोटी का मोहताज होना पड़ रहा है।
हम बात कर रहे हैं टेलीविजन एक्ट्रेस विभा भगत के बारे में जो इन दिनों “ससुराल सिमर का सीजन 2” में दिखाई दे रही हैं। उन्होंने अपने संघर्षों के बारे में बताते हुए कहा कि पिछले 2 साल उनके लिए काफी मुश्किलों से भरे थे।
पिछले 2 सालों में उन्होंने काफी कुछ खोया। भले ही अब उनकी स्थिति पहले से बेहतर हो गयी है, लेकिन बीते 2 सालों को वह कभी नहीं भुला पाएंगी।
पिछले 2 साल उनके लिए प्रोफेशनली और पर्सनली काफी मुश्किल रहे। लेकिन ऐसे हालातों में भी उन्होंने खुद को संभाले रखा। मानसिक और आर्थिक मुसीबतों से न घबरा कर वह लड़ती रही और अंत में इन परेशानियों से उभर कर बाहर भी आई।
संघर्षों के बारे में खुलकर की बातचीत
विभा भगत का कहना है कि बीते 2 साल उनके लिए प्रोफेशनली और पर्सनली सबसे मुश्किल रहे। इस समय उनके पिता का भी निधन हो गया और उन्हें कोई काम भी नहीं मिल रहा था। वह न केवल आर्थिक रूप से टूटी बल्कि मानसिक तौर पर भी टूट चुकी थी।
उनका कहना है कि उनके जीवन में ऐसा समय भी आया जब वह केवल एक वक्त का ही खाना खरीद पा रही थी। नौबत तो यहां तक आ गई की एक पैकेट बिस्किट में दिनभर का गुजारा करना पड़ता था।
आते थे एंग्जायटी के अटैक
विभा भगत का कहना है कि इस दौरान वह इतना टूट चुकी थी कि उन्हें एंग्जायटी के अटैक भी आते थे। ऐसे समय से उबरने में मदद करने के लिए उन्होंने अपने दोस्तों को धन्यवाद कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके दोस्त उन्हें फ्रेश करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं।
उनके दोस्त ही वह वजह हैं जिनकी वजह से वह आज उस परिस्थिति से उबर पाई। उनके अनुसार 2 साल एक लंबा समय होता है और कितने समय में कोई भी टूट सकता है। ऐसे में अपनों का साथ ही हौसला देता है।