जानें, लॉकडाउन के 21 दिनों में देश केअर्थव्यवस्था का कितना नुकसान हुआ
लॉकडाउन के 21 दिनों में करीब 100 अरब डॉलर का नुकसान
डेस्क: देश में कोरोनावायरस के खतरे राज्य सरकारों के सुझाव को देखते हुए पीएम मोदी ने लॉकडाउन 2.0 लगाने की घोषणा की है. इस घोषणा में पीएम मोदी ने व्यवसाय और उद्योग जगत के लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे इस वक्त में संवेदनशील बनें और अपने यहां के कर्मचारियों को नौकरी से न हटाएं.
पीएम मोदी का अपील ऐसे ऐसे वक्त में आया है, जब देश और दुनिया में आर्थिक मंदी आने का संकेत है.
34 हजार करोड़ का नुकसान रोज हो रहा:
रेटिंग एजेंसी एक्यूट ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि लॉकडाउन की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था को हर दिन 4.5 अरब डॉलर यानी करीब 34 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है. एजेंसी ने कहा कि 21 दिनों के लॉकडाउन में करीब 100 अरब डॉलर का नुकसान होगा.
30 अरब डॉलर का नुकसान खुदरा कारोबार में:
कैट का अनुमान है कि मार्च के दूसरे पखवाड़े में कोरोना वायरस और उसकी रोकथाम के लिए देशव्यापी बंद से खुदरा कारोबार में 30 अरब डॉलर का भारी नुकसान हुआ है. देश के खुदरा क्षेत्र में सात करोड़ छोटे, मझोले और बड़े कारोबारी है.
करीब 70 प्रतिशत आर्थिक गतिविधि ठप है:
एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 25 मार्च से 21 दिनों के देशव्यापी बंद की घोषणा की। इससे करीब 70 प्रतिशत आर्थिक गतिविधियां, निवेश, निर्यात और जरूरी वस्तुओं को छोड़कर अन्य उत्पादों की खपत थम गयी है. केवल कृषि, खनन, उपयोगी सेवाएं, कुछ वित्तीय और आईटी सेवाएं तथा जन सेवाओं को ही काम करने की अनुमति मिली है.