यह स्टेशन है बिहार का पहला रेलवे स्टेशन, पटना जंक्शन से भी है पुराना, 161 साल पहले हुई थी शुरुआत
डेस्क: ब्रिटिश शासन काल में भारत में कई बदलाव हुए कहा जाता है कि ब्रिटिश ने भारत को खूब लूटा लेकिन यह भी एक सच्चाई है कि उन्हीं की बदौलत आज भारत में रेल की सुविधा है ब्रिटिश शासन काल के दौरान ही भारत की पहली रेल 1853 में मुंबई से ठाणे के बीच चली थी। इसके लगभग 7 साल बाद 1861 में बिहार में भी रेल का परिचालन शुरू हो गया। 1861 में बनकर तैयार हुए बिहार का पहला रेलवे स्टेशन का नाम भले ही पटना स्टेशन था लेकिन वह आज का पटना जंक्शन नहीं था, बल्कि वर्तमान में स्टेशन का नाम पटना साहिब है।
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1861 में बनकर तैयार हुई पटना स्टेशन
इस स्टेशन को ही 1861 में अंग्रेजों ने पटना स्टेशन के नाम पर शुरू किया था। बता दें कि इस स्टेशन को समय-समय पर अलग-अलग नामों से जाना जाता था कभी से बेगमपुर तो कभी बांकीपुर के नाम से भी से पुकारा जाता था। बाद जब पटना-गया रेलवे लाइन बनकर तैयार हुई तब 1939 में पटना जंक्शन का निर्माण हुआ। इसके साथ ही पुराने पटना स्टेशन का नाम बदल कर पटना सिटी रख दिया गया।
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सिखों के दसवें गुरु के नाम पर रखा गया नाम
यह स्थान सिखों के दसवें गुरु की जन्मस्थली के रूप में भी जाना जाता था जिस वजह से 1976 में रेल मंत्री सरदार बूटा सिंह ने पटना सिटी स्टेशन का नाम बदलकर पटना साहिब रख दिया था। बाद में इस स्टेशन का बाहरी गुंबद गुरुद्वारा जैसा ही बनाया गया था। पटना के 6 प्रमुख रेलवे स्टेशनों में पटना साहिब स्टेशन का भी नाम आता है।
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देश के व्यस्त स्टेशनों में से एक पटना साहिब
वर्तमान में पटना साहिब स्टेशन देश के सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक है। प्रतिदिन यहां से लगभग 125 ट्रेनें गुजरती है। इस स्टेशन से प्रतिदिन 50,000 से अधिक यात्री यात्रा करते हैं। दिल्ली से हावड़ा को जोड़ने वाली पटना साहिब रेलवे स्टेशन दानापुर रेल डिवीजन के अंतर्गत आता है।
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