PM मोदी ने बताया, किन क्षेत्रों ने करें निवेश, कहां हैं व्यापार की अपार संभावनाएं
डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी व उत्तर पूर्वी भारत के उद्यमियों को निवेश के टिप्स दिये. उन्होंने बताया कि किन क्षेत्रों में निवेश करने से भविष्य में अपार संभावनाएं हैं. कैसे हम आत्मनिर्भर बन सकते हैं और दूसरे देश हम पर निर्भर हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि देश को ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ से मुक्त करने का अभियान चल रहा है. इससे पश्चिम बंगाल में जूट के कारोबार में वृद्धि की संभावना है. इस एक निर्णय से बंगाल के कारोबारियों की पांचों उंगलियां घी में हैं, क्योंकि आप इस इलाके में काम करते हैं. जब पश्चिम बंगाल में बना जूट का बैग हर किसी के हाथ में होगा, तभी यह माना जाएगा कि आपने अवसर का पूरा फायदा उठाया है.
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प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में जूट उद्योग को मजबूती दी जायेगी. बांस व ऑर्गेनिक उत्पाद के लिए कलस्टर खोलेंगे. सिक्किम ऑर्गेनिक खेती के लिए हब बन सकता है.
उत्तर पूर्व में ऑर्गेनिक फार्मिंग बड़ा काम हो सकता है. सरकार के कदम से उत्तर पूर्व के लोगों को लाभ होगा. प्रधानमंत्री ने उदाहरण देकर समझाते हुए कहा कि जैसे एलईडी बल्ब 5-6 वर्ष पहले एक एलईडी बल्ब साढ़े तीन सौ रुपये से भी ज्यादा में मिलते थे. आज यह 50 रुपये में उपलब्ध है. आज प्रतिवर्ष देशवासियों के करीब-करीब 19 हजार करोड़ रुपये बिजली के बिल में, एलईडी की वजह से बच रहे हैं. यह बचत देश के मध्यम वर्ग को हुई है.
उन्होंने कहा, आत्मनिर्भरता का भाव सालों से हर भारतीय ने एक एस्परेशन की तरह जिया है. फिर भी मन में रहा है कि काश हम मेडिकल, डिफेंस, कोल-मिनरल और फर्टिलाइजर जैसे सेक्टर में आत्मनिर्भर होते. काश हम इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग, सोलर पैनल, चिप, एविएशन सेक्टर में भी आत्मनिर्भर होते. ऐसे कितने सारे काश हमेशा से हर भारतीयों को झकझोरते रहे हैं. इन सारे क्षेत्रों में भारत के पास आत्मनिर्भरता का सुनहरा अवसर है.
उन्होंने विकास का आह्वान करते हुए कहा कि बंगाल एक बार फिर विनिर्माण क्षेत्र में पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र का नेतृत्व कर सकता है. पहले बोला जाता था कि बंगाल जो आज सोचता है, पूरा भारत कल सोचता है. ऐसा फिर हो सकता है. कोलकाता फिर से पूरे क्षेत्र का नेतृत्व कर सकता है. प्रधानमंत्री ने इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स (आइसीसी) के 95वें वार्षिक सभा को बांग्ला में संबोधन के शुरू किया.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आइसीसी वर्ष 2025 संस्था सौ वर्ष पूरा कर रहा है. वर्ष 2022 देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं. यह आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाने का बेहतरीन समय है. आत्मनिर्भर भारत अभियान को चरितार्थ करने के लिए 50-100 प्रतिशत लक्ष्य तय करें. बंगाल का ऐतिहासिक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को पुनर्जीवित करना होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामी विवेकानंद और गुरुदेव रवींद्रनाथ को प्रेरणा स्रोत बताते हुए उनके दिखाये मार्ग पर चलते हुए आत्मनिर्भर भारत का आह्वान किया. प्रधानमंत्री ने ‘पीपीपी मॉडल’ अर्थात ‘पीपुल, प्लानेट व प्रोफिट’ को ध्यान में रखते हुए योजनाओं को क्रियान्वित करने का आह्वान किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि पीपुल, प्लानेट व प्रोफिट एक दूसरे से जुड़े हैं. ये तीनों एक साथ विकसित कर सकते हैं और मौजूद रह सकते हैं.