राहुल-प्रियंका ने ‘योगी राज’ को बताया ‘जंगल राज’, कही और भी कई गंभीर बातें
डेस्क: यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार पर कांग्रेस लगातार हमलावर रही है. पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका गांधी ने फिर सीएम योगी पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट के जरिये योगी राज की तुलना जंगलराज से की है.
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों के दौरान हुई आपराधिक घटनाओं की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में ‘जंगलराज’ चरम पर है. इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार से कानून व्यवस्था की समीक्षा करने की सलाह दी. साथ ही कहा कि कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए उचित कदम उठाये.
उत्तर प्रदेश के के आजमगढ़ जिले में पिछले दिनों एक दलित ग्राम प्रधान की हत्या हो गयी थी. इसी मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश में जातीय हिंसा और बलात्कार का जंगलराज चरम पर है. अब एक और भयानक घटना- सरपंच सत्यमेव ने दलित होकर ‘ना’ कहा जिसके कारण उनकी हत्या कर दी गयी. सत्यमेव जी के परिवारजनों को संवेदनाएं.’
राहुल का ट्वीट :
यूपी में जातीय हिंसा और बलात्कार का जंगलराज चरम पर है।
अब एक और भयानक घटना- सरपंच सत्यमेव ने दलित होकर ‘ना’ कहा जिसके कारण उनकी हत्या कर दी गयी।
सत्यमेव जी के परिवारजनों को संवेदनाएँ।https://t.co/Fl3ygHUFle
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 17, 2020
बताया जा रहा है कि उक्त ग्राम प्रधान ने महात्मा गांधी नेशनल रूरल गांरटी योजना (मनरेगा) से जुड़े किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया था. इसी से आक्रोशित इलाके के दबंगों ने उन्हें गोली मार दी, जिसमें उनकी जान चली गयी.
प्रियंका ने दुष्कर्म की घटनाओं पर योगी को घेरा
वहीं कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने राज्य में महिलाओं की स्थिति पर योगी आदित्यनाथ को घेरा. प्रियंका गांधी ने भी राज्य में कानून व्यवस्था की समीक्षा करने की सलाह दी. साथ ही कहा कि कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए उचित कदम उठाये.
प्रियंका ने दावा किया, ‘बुलंदशहर, हापुड़, लखीमपुर- खीरी, और अब गोरखपुर. लगातार इस तरह की घटनाओं से ये साबित होता है कि महिलाओं को सुरक्षा देने में उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल रही है.
अपराधियों के मन में कानून का कोई डर नहीं है. उसी का परिणाम है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध की वीभत्स से वीभत्स घटनाएं घटती ही जा रही हैं. पुलिस और प्रशासन न तो सुरक्षा दे पा रहे हैं और न ही उचित कार्रवाई कर पा रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश सरकार कानून-व्यवस्था की समीक्षा करे और महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित हर कदम गंभीरता से उठाये.’