समाज की परवाह न करते हुए रिचा ने बेचना शुरू किया यह प्रोडक्ट, आज है 700 करोड़ का टर्नओवर
डेस्क: आज भी हमारे समाज में लड़कों के मुकाबले लड़कियों को उस तरह की छूट नहीं मिल पाती है जिसकी वह हकदार है। जब बात बिजनेस की आती है तो अक्सर लड़कियों को कम आंका जाता है। आज भी हमारे समाज का एक बड़ा हिस्सा यही सोचता है कि लड़की को शादी करके अपने ससुराल ही जाना है तो यह सब करके क्या होगा? लेकिन जब कोई लड़की दृढ़ निश्चय कर लेती है कि उसे कुछ अलग करना है तो उसे रोक पाना काफी मुश्किल होता है।
मां ने भी किया विरोध
आज के समय में लड़कियां किसी भी मायने में लड़कों से पीछे नहीं है। चाहे शिक्षा हो, खेल हो या फिर बिजनेस, हर क्षेत्र में ही लड़कियों ने लड़कों को अपना लोहा मनवाया है। सरकार की लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए संभव प्रयास कर रही है। आज हम ऐसी लड़की के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिसने ऐसा बिजनेस करने का निश्चय किया जिसके कारण से समाज के रूढ़िवादी विचारधारा के लोगों का विरोध सहना पड़ा। यहां तक कि इस बिजनेस को शुरू करने के लिए उनकी मां ने भी उन्हें मना कर दिया था।
शुरू किया लेडिस अंडर गारमेंट्स का बिजनेस
आज जीवामे एक बड़ा ब्रांड बन चुका है लेकिन इससे एक ब्रांड बनाने के लिए इसकी सीईओ और फाउंडर रिचा को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दरअसल जीवामे एक ऐसा ब्रांड है जो लड़कियों के अंडर गारमेंट्स और लिंगरी वगैरह बेचती है। यह एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसकी खरीदारी करते वक्त लड़कियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है खासकर यदि दुकान में कोई जेंट्स सेल्समैन हो इसकी खरीदारी करते हुए लड़कियों को शर्म भी महसूस होती है।
परिवारवालों ने छोड़ा साथ
इन्हीं सब बातों के बारे में सोचकर रिचा के परिवार वालों ने उन्हें यह बिजनेस करने से मना कर दिया था। लेकिन “लोग क्या कहेंगे!” यह न सोचते हुए रिचा ने अंडर गारमेंट्स का बिजनेस शुरू किया और आज उन्हें एक अलग पहचान मिल गई है। आज उनकी कंपनी जीवा में का सालाना टर्नओवर 700 करोड़ से भी ज्यादा है। लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने से पहले उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
ग्रेजुएशन के बाद से ही था बिजनेस का मन
झारखंड के जमशेदपुर में जन्मी रिचा कर की उम्र आज 43 वर्ष है। उनके पिता टाटा स्टील में काम कर किया करते थे और माता एक गृहणी थी। प्राथमिक शिक्षा झारखंड से ही प्राप्त करने के बाद उन्होंने बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी से ग्रेजुएशन पूरा किया। उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने कॉलेज के बॉयफ्रेंड केदार गोविंद से शादी कर ली। ग्रेजुएशन के बाद से ही वह अंडर गारमेंट्स का बिजनेस करने की सोच रही थी।
पति ने किया पूरा समर्थन
उनके पति ने शुरू से ही उनका साथ दिया और उन्हें मोटिवेट किया लेकिन फिर भी उन्हें समाज के विरोध का सामना करना पड़ा। 2011 में लेडीज अंडर गारमेंट का बिजनेस शुरू करने के बाद उनके मां ने भी उनका साथ छोड़ दिया लेकिन फिर भी अपने मजबूत इरादे के साथ रिचा आगे बढ़ी और करोड़ों की कंपनी की मालिक बन गई। ऐसा करके हुआ उन सभी महिलाओं के लिए एक मिसाल बन गई है जो समाज और परिवार के डर से आगे नहीं बढ़ पाती हैं।